Monday, February 7, 2011

घरों में गाय पालेंगे तो बचेगा गोवंश


भारतीय गोवंश रक्षण संवर्धन परिषद, राजस्थान न्यास की ओर से रविवार को भारत गोशाला एवं गोरक्षा प्रतिनिधि सम्मेलन आयोजित किया गया। इसमें आम लोगों से घरों में गाय पालने का आह्वान किया गया। साथ कहा गया कि सिर्फ गोशाला की बात कहने से गाय का संरक्षण नहीं हो पाएगा। बैठक की अध्यक्षता विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और गोरक्षा प्रभारी हुकमचंद सांवला ने की। इस दौरान मुख्यमंत्री को दिए जाने वाले ज्ञापन पर भी चर्चा की गई।

बैठक में परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष जय बहादुरसिंह शेखावत ने कहा कि जयपुर में जिस तरह गायों को निर्ममतापूर्वक शहर से बाहर निकाला जा रहा है, वह निंदनीय है। लोगों ने गोवंश को घसीट-घसीट कर पिंजरों में डाला। इसकी जितनी निंदा की जाए, कम है। कार्यक्रम में परिषद के केंद्रीय सचिव हरिहर पारीक ने कहा कि गाय रक्षण के लिए हर व्यक्ति, खासकर किसानों को गाय पालनी चाहिए। उन्होंने विदेशी नस्ल की गायों के स्थान पर देसी गायों को पालने और उनके संरक्षण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि गाय पालने के साथ इसके आर्थिक पक्ष को भी ध्यान में रखना होगा। इसके लिए लाभ की स्थिति में चल रहे दुर्गापुरा गोसेवा संघ का भी उल्लेख किया। इस बैठक को हुकमचंद सावंला, हरिशंकर और अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया।

मुख्यमंत्री को दिए जाने वाले ज्ञापन में देसी नस्ल की गायों के संरक्षण के लिए अनुसंंधान केंद्र शुरू जाने की मांग है। साथ ही पूर्वी जिलों भरतपुर, करौली, अलवर और धौलपुर से हो रही गो निकासी को रोकने की मांग की गई है। ज्ञापन में गोचर भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को रोकने के लिए भी सरकार से गुहार की गई..